मोहम्मद रफी भले ही हमारे बीच नहीं लेकिन उनके गाने आज भी लोगों की जुबान पर रहते हैं। वहीं मोहम्मद रफी ने एक ऐसा भोजपुरी गाना भी गाया था, जिसने रिलीज होते ही तहलका मचा दिया था। इस गानें को उस जमाने में हर प्रेमी अपनी प्रेमिका को खुश करने के लिए गाया करते थे।
मोहम्मद रफी की आवाज का जादू ही कुछ ऐसा था कि आज भी उनके गाने कभी पुराने नहीं लगते। उन्होंने अपने करियर में करीब 28,000 गाने गाए और कई गाने आज भी लोगों की जुबान पर रहते हैं। रफी साहब के गाने सुनकर बेचैन दिलों को सुकुन मिलता है तो वहीं उनके कई गाने इश्क की तड़प को भी बढ़ाने का काम करती है।मोहम्मद रफी कई भोजपुरी गानों को भी अपनी आवाज दे चुके हैं। एक भोजपुरी गाने से तो उन्होंने तहलका मचा दिया था।
जिसका नाम है ‘गोरकी पतरकी रे।’ ये गाना रिलीज होते ही छा गया था। मोहम्मद रफी ने इस गाने को आशा भोसले संग गाया था। ये गाना फिल्म ‘बलम परदेसिया’ का है। इस गाने को उस जमाने में हर प्रेमी अपनी प्रेमिका को खुश करने के लिए गाया करते हैं। रफी साहब ने दो दर्जन से अधिक भोजपुरी गीतों को अपनी आवाज से सजाया। जिसमें ‘बलम परदेसिया’, ‘तड़प-तड़प’, सैंया से नेहा लगावे का फुलवा नियर नार’, सोनवा पे पिंजरा’, ‘मोर भंगिया के मनाई दे’ और ‘फूट गईले किस्मतवा’ जैसे भोजपुरी गानों के नाम शामिल हैं। अपनी मधुर आवाज के लिए मोहम्मद रफी ने छह फिल्मफेयर पुरस्कार भी जीते। उन्हें एक राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला। साल 2001 में भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री का सम्मान भी दिया